रीवा (मध्य प्रदेश)। एंबुलेंस से कफ सिरप की तस्करी करने का मामला पकड़ में आया है। आरोपी चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य में ज़हरीली कफ सिरप के सेवन से 25 बच्चों की मौत के बावजूद इसकी अवैध आपूर्ति जारी है। कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर सरकार और उपमुख्यमंत्री की कड़ी आलोचना की है। रीवा में कफ सिरप की तस्करी का मुख्य सरगना नितिन द्विवेदी उर्फ बंदर है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

नितिन द्विवेदी पहले एम्बुलेंस चलाता था। अब रीवा के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल, संजय गांधी अस्पताल के लिए 70 फीसदी से ज़्यादा निजी एम्बुलेंस चलाता है। उसने मरीज़ों को लाने-ले जाने की आड़ में शहर में कफ सिरप पहुँचाने के लिए एम्बुलेंस को सुरक्षित साधन बना लिया ।

नितिन दुबे एम्बुलेंस को अपने पिता और छोटे भाई के नाम पर चलाता था। उस पर पहले से ही लूट और मारपीट समेत दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। रीवा कोतवाली पुलिस ने हाल ही में कफ सिरप की तस्करी के आरोप में चार युवकों को गिरफ्तार किया है। एएसपी ने स्वीकार किया कि कफ सिरप की तस्करी एम्बुलेंस में की जा रही थी।