भोपाल (मध्यप्रदेश)। नशीली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। राजधानी में एक फैक्टरी से करीब दो करोड़ रुपये की कीमत का मेफेड्रोन (एमडी) मादक पदार्थ माल जब्त किया है। वहीं ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल भी जब्त किया गया है। इस मामले में गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की एक टीम ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।

यह है मामला

अधिकारियों ने बताया कि गुजरात एटीएस और दिल्ली के स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने भोपाल के पास बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी में छापे मारे। इस दौरान, 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन बरामद किया गया। इसकी कीमत 1,814 करोड़ रुपये बताई गई है।

एटीएस के अनुसार यह सबसे बड़ी अवैध फैक्टरी है, जिस पर अभी तक गुजरात एटीएस ने छापा मारा है। इस फैक्टरी में हर दिन 25 किलोग्राम एमडी मादक पदार्थ बनाया जाता है। छापेमारी के दौरान भी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित पदार्थ बनाने की प्रक्रिया जारी थी। इस मामले में अमित चतुर्वेदी (57) और सान्याल प्रकाश बाने (40) को गिरफ्तार किया गया है.

दवा के नाम पर चल रही थी ड्रग्स फैक्ट्री

पूछताछ में सामने आया है कि बाने को 2017 में भी महाराष्ट्र में एमडी मादक पदार्थ जब्त करने के मामले में भी गिरफ्तार किया गया था। वह करीब पांच साल तक जेल में रहा था। रिहा होने के बाद उसने मुनाफा कमाने के लिए अवैध रूप से एमडी बनाने और बेचने के लिए सह-आरोपी चतुर्वेदी के साथ मिलकर साजिश रची। इन्होंने भोपाल के बाहरी इलाके में एक फैक्टरी को किराये पर लेकर काम शुरू किया।