वाराणसी (उत्तरप्रदेश)। जनरल स्टोर पर छापेमारी कर एक करोड़ की नशीली दवाएं बरामद करने का मामला प्रकाश में आया है। यह कार्रवाई सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स गाजीपुर इकाई ने लंका के सिरगोवर्धन स्थित जनरल स्टोर पर की। टीम ने 1.01 किलो प्रतिबंधित नशीली दवाओंं के साथ दुकानदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
यह है मामला
नारकोटिक्स विभाग को सूचना मिली कि लंका थाने क्षेत्र के सीरगोवर्धन स्थित एक जनरल स्टोर की आड़ में चोरी छिपे ब्यूप्रेनोर्फिन नामक प्रतिबंधित दवा बेची जा रही है। बीएचयू छात्रों और आसपास के नशेबाजों की ओर से 200 से 300 रुपये प्रति इंजेक्शन खरीदा जाता है। सूचना के तहत नारकोटिक्स आयुक्त दिनेश बौद्ध, उपायुक्त प्रवीण कुमार बाली और सहायक आयुक्त अनिल कुमार विश्वकर्मा ने टीम गठित की और खुशी जनरल स्टोर में छापा मारा। जनरल स्टोर की आड़ में नशीली दवा बेचने वाले दुकानदार राम बाबू को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से तीन तरह की कुल 1.01 किलोग्राम ड्रग्स बरामद हुए।
पूछताछ में आरोपी दुकानदार ने बताया कि वह सप्तसागर दवा मंडी से 22 रुपये में इंजेक्शन लाकर उसे 200 से 300 रुपये में बेचता था। बीएचयू छात्रों, आसपास के हास्टल में रहने वाले छात्रों के साथ ही आसपास के नशेबाज भी खरीदते थे। यह तेज दर्द में तुरंत राहत का काम करता है। प्रतिबंधित ड्रग्स बेचने वाले सप्तसागर मंडी के कुछ दवा कारोबारियों के नाम भी रामबाबू ने कबूले हैं। आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।