कानपुर (उप्र)। नकली व नशीली दवाइयां बंद फर्मों के लेटर पैड से बेचे जाने का मामला सामने आया है। नशीली दवाओं की जांच में ड्रग विभाग ने बड़ा खुलासा किया है। नकली दवाओं का कारोबार करने वाले राहुल के घर से बरामद बिल वाली फर्म का कोई आता-पता नहीं है।
बड़े पैमाने पर कई साल पहले बंद हो चुकी फर्म के पुराने लेटर पैड परकारोबार बढ़ाया गया। फिलहाल इन लेटर पैड का किन-किन वर्क आर्डर में उपयोग किया उसको ड्रग विभाग की टीम खंगाल रही है। नकली और नशीली दवाओं के मामले में फरार राहुल की तलाश की जा रही है।
यह है मामला
राहुल अग्रवाल पहले श्री लक्ष्मी फार्मा की बजाए राहुल फार्मा के नाम से कारोबार करता था। फर्म बंद होने के बावजूद वह फर्म के दस्तावेजों का उपयोग कर रहा था। इनके जरिए ही नकली दवाओं का कारोबार फल-फूल रहा था। अब मौके से बरामद 100 से ज्यादा वर्कआर्डर की जांच बारी-बारी कराई जा रही है।
इससे हर स्थिति साफ हो सकेगी। धड़ल्ले से कई वर्क ऑर्डर बंद फर्मों के जारी किए गए हैं। ड्रग इंस्पेक्टर ओमपाल सिंह ने बताया कि जांच चल रही है। 100 से अधिक वर्कऑर्डर मिले थे। उनकी जांच की जा रही है। कई पुराने व बंद फर्मों के हैं।