फुलवारी शरीफ (बिहार)। नकली कफ सिरप बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ होने का मामला सामने आया है। मौके से नकली दवा समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने संपतचक के जकरिया पुल के पास फैक्ट्री में की। टीम ने मौके से करीब 50 लाख रुपये की नकली दवा और नशीला पदार्थ बरामद किया है।

यह है मामला

एक्साइज विभाग की टीम को नकली नशीली दवा बनाने की फैक्ट्री के बारे में सूचना मिली थी। सूचना के तहत विभाग की टीम ने तीन दिनों तक रेकी की और इसके बाद फैक्ट्री में छापेमारी की। पुलिस ने मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के नाम दीपक कुमार गोदाम मैनेजर और ड्राइवर शंभु कुमार बताए गए हैं। जबकि गोदाम मालिक गिरीश कुमार फरार हो गया।

ट्रांसपोर्ट कंपनी की आड़ में गोरखधंधा

जांच में पता चला है कि फरार गोदाम मालिक गिरीश कुमार गया जिले के खिजरसराय का निवासी है। न्यू श्रीराम ट्रांसपोर्ट कंपनी की आड़ में यह गोरखधंधा चलाया जा रहा था। सहायक आयुक्त प्रेम प्रकाश ने बताया कि मौके से करीब 50 लाख रुपये की नकली दवा और नशे के रूप में इस्तेमाल की जाने वालद्ग इंजेक्शन, टैबलेट आदि आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है।

इसमें बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित कोडिनयुक्त कफ सिरप है। भारी मात्रा में कोडीन का रैपर, ढक्कन और बोतल भी मिली है, जिससे पता चलता है कि यहां नकली कोडीन भी बनाया जा रहा था। यहां दवा पैक करने की मशीन और अन्य सभी तरह की सामग्री बरामद की गई है जोकि नकली कफ सिरप कोडीन तैयार करने में इस्तेमाल की जाती है। फिलहाल मामले की गहन जांच की जा रही है।