कानपुर (उप्र)। नकली दवा के कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। नकली दवा के कारोबार पर औषधि विभाग ने छापेमारी की। तीसरी मंजिल पर बने घर में पांच लाख रुपये की डीएसआर दवा और इंजेक्शन मिले हैं। 28.85 लाख की रुपये, नोट गिनने की मशीन, दवा पैकिंग मशीन मिली है। नकली दवाओं की खेप मिलने पर दुकान को सील कर दिया। मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। घर से मिली पांच दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं।
यह है मामला
औषधि विभाग की टीम ने लुधियाना नारकोटिक्स टास्क फोर्स के साथ दुकान में छापा मारा। श्री लक्ष्मी फार्मा मेडिकल एंड सर्जिकल की दुकान के संचालक राहुल अग्रवाल मौके से भाग निकले। जांच टीम ने दुकान के ऊपर तीसरी मंजिल में बने घर में छापा मारा। लुधियाना में पकड़ी गई गुजरात की कंपनी की नकली दवा मिली है। इसका प्रयोग नशे के रूप में किया जा रहा था।
औषधि निरीक्षण रेखा सचान ने बताया कि बिना लाइसेंस के दवा निर्माण और पैकेजिंग का काम चल रहा था। संचालक के भाग जाने के बाद उसकी पत्नी पायल अग्रवाल से पूछताछ की। टीम ने दवाओं की सैंपलिंग आदि की जानकारी ली है।
गुजरात कंपनी की दवा नकली दवा बनाने के लिए घर में पांच लाख की दवाएं मिली हैं। वहीं, 28.85 लाख राशि भी मिली है। घर में दवाओं को पैक करने के रैपर, बैच नंबर डालने और लेजर वाली मशीन, सीरप की बोतलों की खेप मिली है। इसकी सैंपलिंग कर वाराणसी स्थित प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा है। दवा बनाने के लिए प्रयोग होने वाली शेष सामग्री को भी सील कर लिया गया है।
कई राज्यों में सप्लाई होती थी नकली दवाएं
दवाओं की खेप पंजाब, गुजरात और कई राज्यों में सप्लाई की जा रही थी। संचालक राहुल गुप्ता से दवाओं की सप्लाई को लेकर पूछताछ जारी है।










