हैदराबाद। मेडिकल स्टोर पर रेड कर नकली ‘मोंटेक-एलसी’ टेबलेट्स जब्त की गई हैं। यह कार्रवाई तेलंगाना ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन (डीसीए) ने की। इन गोलियों के बारे में झूठा दावा किया गया था कि ये सिक्किम की फार्मा कंपनी द्वारा निर्मित हैं।
यह है मामला
डीसीए के महानिदेशक वीबी कमलासन रेड्डी के अनुसार गुप्त सूचना के आधार पर सिकंदराबाद के सेकंड बाजार में छापेमारी की और नकली मोंटेक-एलसी टैबलेट बरामद की।
ड्रग इंस्पेक्टरों ने जब्त स्टॉक का निर्माता से मूल बैचों को जांचा। पता चला कि ‘मोंटेक-एलसी’ टैबलेट के बैच की ये नकली दवाएं थीं। इन गोलियों का उपयोग एलर्जिक राइनाइटिस, क्रोनिक इडियोपैथिक पित्ती और ब्रोन्कियल अस्थमा के इलाज में किया जाता है।
अन्य मामले में गुप्त सूचना पर डीसीए अधिकारियों ने दो झोलाछाप डॉक्टरों जी. राधारुकमिनी और शेख जानी बाशा के परिसरों पर रेड की। दोनों फर्जी डाक्टर बिना किसी योग्यता के अपने क्लीनिकों में चिकित्सा का अभ्यास कर रहे थे। उनके परिसर में एंटीबायोटिक्स, एंटी-अल्सर ड्रग्स, एनाल्जेसिक आदि सहित दवाइयाँ स्टॉक में पाई गईं। छापेमारी के दौरान क्लीनिकों में कई एंटीबायोटिक्स – सेफ्ट्रिएक्सोन, सेफिक्साइम, सेफपोडोक्साइम – पाए गए।