भदोही (उप्र)। चिकित्सा डिग्री का फर्जी तरीके से इस्तेमाल करने का मामाला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग ने दो अस्पतालों का पंजीकरण रद्द कर दिया है। ये अस्पताल नेत्र रोग विशेषज्ञ की डिग्री का फर्जी तरीके से इस्तेमाल कर चलाए जा रहे थे।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. एसके चक ने बताया कि वरदान नेत्रालय के डॉ. गौरव अग्रवाल की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। शिकायत थी कि उनकी डिग्री का उपयोग कर भदोही में मनीष अस्पताल और निशा क्लिनिक नाम के दो नेत्र अस्पताल चलाए जा रहे हैं।

अस्पताल पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए आवेदन करने पर इसका खुलासा हुआ। रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर पता चला कि उनके नाम से भदोही में ये दोनों अस्पताल पंजीकृत हैं। डॉ. अग्रवाल ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।
इसके बाद सीएमओ ने दोनों अस्पतालों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनका पंजीकरण रद्द कर दिया गया। अब मनीष अस्पताल और निशा क्लिनिक से जुड़े फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।