अमरावती(आंध्र प्रदेश)। डिप्रेशन की दवाओं की अवैध बिक्री गिरोह का भंडाफोड करने में सफलता मिली है। कृष्णा जिले के अवनीगड्डा में मेडिकल स्टोर पर मनोविकार की दवाओं की अवैध बिक्री की जा रही थी। बताया गया कि आईएसआईएस और बोको हराम जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूह कथित तौर पर इस दवा का उपयोग लड़ाकों को जागृत, ऊर्जावान और लंबी लड़ाई के दौरान दर्द के प्रति सुन्न रखने के लिए करते हैं।
यह है मामला
अधिकारियों ने खुलासा किया कि एक मेडिकल स्टोर्स पर 2022 से 2024 तक बिना अनुमति के 55,961 इसके टैबलेट और 2,794 इंजेक्शन बेचे गए। सतर्कता, प्रवर्तन, ईगल विंग और ड्रग्स कंट्रोल विभागों की टीमों ने औचक निरीक्षण किया और इस जांच के दौरान इस धांधली को पकड़ा।
पूछताछ के दौरान दुकान के मालिक ने लंबे समय से गोलियां और इंजेक्शन बेचने की बात स्वीकारी। अधिकारियों को संदेह है कि वास्तविक बिक्री दर्ज की गई बिक्री से ज्यादा हो सकती है। ईगल विंग ने पाया कि सैकड़ों स्थानीय लोग इस दवा के आदी हो चुके थे। साथ ही वे प्रतिदिन इसकी खरीदारी नियमित रूप से करते थे।
ऑपरेशन गरुड़ के तहत करीब 100 टीमों ने राज्य भर में मेडिकल दुकानों का निरीक्षण किया। विशाखापट्टनम में कुछ दुकानों पर एक्सपायरी दवाइयां बेची गई। इस दौरान पांच दुकानों से दवाइयां जब्त की गई।