सिकरहना (बिहार)। इलाज में लापरवाही पर अस्पताल सील कर महिला डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है। ढाका में नीडो हॉस्पिटल को प्रशासन ने सील कर दिया। पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक की डॉक्टर पत्नी डॉ. बुसरा को गिरफ्तार किया है। एसडीओ ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टर ने मरीज के इलाज में लापरवाही बरती थी। अस्पताल का निबंधन भी नहीं था। डीएम के निर्देश पर हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। अस्पताल के बाकी डॉक्टर व कर्मी फरार हो गए हैं।

यह है मामला

ढाका थानांतर्गत पिपरा वाजिद निवासी अमरेन ने करीब डेढ़ माह पूर्व एफआईआर दर्ज करवाई थी। नीडो हॉस्पिटल पर आरोप लगाया था कि उसने पत्नी ऊषा देवी की डिलीवरी उक्त हॉस्पिटल में कराई। उनकी पत्नी का ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया। ऑपरेशन के दौरान पत्नी के पेट में तौलिया छोड़ कर स्टिच कर दिया गया। एक माह बाद जब उनकी पत्नी के पेट में दर्द व घाव से रिसाव होने लगा तो दूसरे डॉक्टर से दिखाया। पता चला कि पत्नी के पेट में कपड़ा है। तब इसे ऑपरेशन कर निकलवाया गया।

इस इलाज में उनका करीब 15 लाख रुपये खर्च हुआ। नीडो हॉस्पिटल के संचालक डॉ. तारिक जफर से कहने पर उन्होंने भगा दिया। मामले में एक टीम द्वारा इसकी जांच कराई गई और अस्पताल की लापरवाही उजागर हुई। इसके बाद हॉस्पिटल को सील कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया। थाने में दर्ज एफआईआर भी सत्य पायी गयी। इस आधार पर हॉस्पिटल संचालक की पत्नी डॉ. बुसरा को गिरफ्तार किया है। डॉ. बुसरा के पास बीयूएमएस की डिग्री है। थानाध्यक्ष राजरूप राय ने बताया कि गिरफ्तार डॉक्टर को कोर्ट में पेश किया जाना है।