आणंद (गुजरात)। आईआईएल ने स्वदेशी डीआईवीए मार्कर वैक्सीन लॉन्च किया है। आईआईएलइंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स (आईआईएल) ने संक्रामक गोजातीय राइनोट्रेकाइटिस (आईबीआर) के खिलाफ स्वदेशी टीका बनाया है। रक्षा-आईबीआर नामक यह वैक्सीन इस बीमारी से जुड़ी बांझपन, गर्भपात और दूध की उत्पादकता में कमी का समाधान करेगी। इसका उत्पादन हैदराबाद स्थित निर्माता ने किया है।

यह है मामला

आईआईएल की मूल इकाई राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के हीरक जयंती समारोह में आईआईएल ने स्वदेशी डीआईवीए मार्कर वैक्सीन लॉन्च किया। आईबीआर भारत में स्थानिक है और बोवाइन हर्पीज़ वायरस (बीएचवी-1) के कारण होता है।

यह रोग एरोसोल मार्ग से फैलता है और प्रजनन तंत्र को प्रभावित करता है। यह सांडों के वीर्य द्वारा दुधारू पशुओं में भी फैलता है। बांझपन, गर्भपात और कम दूध उत्पादन इस रोग के कुछ प्रमुख प्रभाव हैं। भारत में इस रोग का कोई टीका उपलब्ध नहीं है। अभी तक इसका कोई विशिष्ट उपचार भी नहीं है। कंपनी ने कहा कि लक्षित प्रजातियों के विरुद्ध व्यवस्थित टीकाकरण और पर्याप्त जैव सुरक्षा इस रोग की रोकथाम के उपाय हैं। मार्कर टीके वे होते हैं जो संक्रमित और टीकाकृत पशुओं (डीआईवीए) के बीच अंतर करने में मदद करते हैं।