कैथल (हरियाणा)। प्राइवेट अस्पताल में अवैध गर्भपात के मामले का खुलासा हुआ है। आरोपी महिला संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। यह कार्रवाई एंटी नारकोटिक सेल करनाल की टीम ने ऋषि नगर में एक निजी अस्पताल में की। टीम ने छापा मारकर एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी) किट बरामद की और इस मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है।
गुप्त सूचना मिलने के बाद टीम ने एक निजी अस्पताल में जांच के बाद ये एमटीपी किट बरामद की थीं। इसी अस्पताल में दबिश वाले दिन एक महिला के गर्भपात करने की भी टीम को जानकारी मिली। इस दौरान पकड़ी गई दवाइयों को सील करके अपने कब्जे में ले लिया गया।
यह है मामला
सिविल लाइन थाने में दी गई शिकायत में डॉ. गौरव पुनिया, ड्रग विभाग के जिला अधिकारी डॉ. चेतन वर्मा ने बताया कि उन्हें करनाल की टीम से सूचना मिली थी कि ऋषि नगर स्थित ओम अस्पताल में अवैध तरीके से गर्भपात करवाया जाता है। सूचना पाकर ड्रग कंट्रोल, स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंची। जांच में पाया गया कि वहां पर नौ एमटीपी किट प्रयोग की जा चुकी थी, जबकि चार बिना उपयोग की हुई किट बरामद की गई। इसके चलते अस्पताल संचालक ऋचा शर्मा पर केस दर्ज किया गया है।
ड्रग कंट्रोल विभाग के अधिकारी चेतन वर्मा ने बताया कि बताया कि अस्पताल में डॉक्टर अपने घर से ही दवाइयां मंगवाती थी और उनका प्रयोग गर्भपात में करवा रही थी। इसके अलावा डॉक्टर अपने घर पर ले जाकर भी महिलाओं का गर्भपात करवा रही थी। एमटीपी किट के खाली पैकेट महिला डॉक्टर के घर से ही बरामद किए गए हैं। जो किट फिलहाल प्रयोग नहीं की गई थी वे अस्पताल से बरामद की गई। जांच में पता चला कि डॉक्टर के पास इन किटों को प्रयोग करने के लिए अनुमति नहीं थी। जिस काउंटर में किट मिली, उसमें एक महिला का आधार कार्ड भी पाया गया।
एक सप्ताह पहले भी कैथल की ड्रग्स कंट्रोल व स्वास्थ्य विभाग की टीम नेचंदाना गेट पर बंद मकान से 5805 गर्भपात की दवाएं बरामद की थी। पकड़े गए आरोपी विकास ने बताया था कि वह एमटीपी किट बेचने का काम पिछले डेढ़ साल से कर रहा है। इसके बाद करनाल की टीम ने करनाल में ही शिव कॉलोनी में एक मकान से 2700 से अधिक प्रतिबंधित गोलियां बरामद की थी। इस दौरान आरोपी भाग गया था। अब करनाल की ही टीम ने कैथल में एक निजी अस्पताल में दबिश दे एमटीपी किट बरामद की है।