कानपुर (उप्र)। अवैध रूप से भंडारित 1.81 करोड़ रुपये की दवाएं सीज की हैं। सेन पश्चिम पारा में भंडारित करने वाले व्यक्ति मुलायम सिंह के पास इसका कोई लाइसेंस नहीं मिला। उसने बताया कि उसका मेडिकल स्टोर रमईपुर में माया फार्मा नाम से है। इसके वो दस्तावेज नहीं दिखा पाया। औषधि विभाग की टीम ने दवाएं सीज कर दी और उनके सैंपल लेकर चली गई।
ड्रग इंस्पेक्टर ओमपाल ने बताया कि इस बारे में कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं, दूसरी टीम ने बिरहाना रोड स्थित अग्रवाल ब्रदर्स के यहां छापेमारी की, जहां से मुलायम ने दवाएं खरीदी थीं। ड्रग इंस्पेक्टर ओमपाल ने बताया कि मुलायम के सिर्फ पांच हजार रुपये की दवाओं में आयरन के सिरप थे, बाकी सभी दवाइयां नशीलीं पाई गईं। सभी दवाओं को सीज कर दिया गया है।
गौरतलब है कि क्लोनाजेपाम टेबलेट से पैनिक डिस्ऑर्डर का इलाज किया जा सकता है। ये दवा तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद करने का काम करती है। इस दवा को लोग नशे के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं। ट्रामाडॉल टेबलेट भी काफी मात्रा में मिली थी, जिनका प्रयोग गंभीर दर्द के इलाज में किया जाता है। जब कई दर्द निवारक दवाएं काम नहीं करती हैं, तो इस दवा को देते हैं। ये मस्तिष्क में दर्द संकेतों को अवरुद्ध करके काम करता है। छापामार टीम में इटावा के ड्रग इंस्पेक्ट नीलेश शर्मा और कानपुर देहात के ड्रग इंस्पेक्टर अजय कुमार संतोषी व अन्य शामिल रहे।