नई दिल्ली। भारतीय फार्मा में अगस्त माह में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। फार्मारैक के आंकड़ों के अनुसार आईपीएम में अगस्त 2025 में अच्छी वृद्धि देखी गई। इसमें कुल बाजार मूल्य 8.7 प्रतिशत बढक़र 20,984 करोड़ रुपये हो गया। मात्रा में 1.2 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई।
हृदय संबंधी व मधुमेह-रोधी दवाएं आगे
यह वृद्धि मुख्यत: हृदय संबंधी, मधुमेह-रोधी दवाओं सहित प्रमुख चिकित्सा क्षेत्रों के कारण हुई। हृदय संबंधी खंड में मूल्य में 13.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे अधिक वृद्धि हुई। मधुमेह-रोधी उत्पादों का स्थान रहा। इनमें 9.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। नियोप्लास्टिक-रोधी उत्पादों में इस महीने 19.7 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई।
सन फार्मा ने 13.7 प्रतिशत मूल्य वृद्धि के साथ अपनी अग्रणी स्थिति बरकरार रखी। एबॉट 5.9 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी रही और 8.4 प्रतिशत वृद्धि के साथ दूसरे स्थान पर रहा। वहीं मैनकाइंड ने भी 5.9 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की। इसने 9.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
अन्य शीर्ष प्रदर्शनकर्ताओं में सिप्ला, एल्केम, इंटास और टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक ने दोहरे अंक तक की वृद्धि दर्ज की। ऑग्मेंटिन (जीएसके), ग्लाइकोमेट जीपी (यूएसवी), पैन (एल्केम) और लिव.52 (हिमालय) शीर्ष पर रहे। इसमें लिव.52 ने 13.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। आने वाले महीनों में आईपीएम के ऊपर की ओर बढऩे की उम्मीद है।