नई दिल्ली। साइकोट्रॉपिक दवाओं के अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने साइकोट्रॉपिक दवाओं के अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ा है। आरोपी वीरेंद्र सिंह (58) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी दवा दुकानदार नशीली दवाओं को अवैध रूप से बेच रहा था। वह दवाइयां अधिकतम खुदरा मूल्य से तीन गुना अधिक कीमत पर बेच रहा था।
यह है मामला
पुलिस उपायुक्त संजीव कुमार यादव के अनुसार शाखा में तैनात एएनटीएफ में तैनात एसआई विकास दीप को गुप्त सूचना मिली थी। पता चला कि वीरेंद्र सिंह नशीली दवाओं की तस्करी में लिप्त है। वह नजफगढ़ स्थित मून मेडिकोज से अवैध रूप से नशीली दवाएं बेचता है।
इंस्पेक्टर नितेश की टीम ने मौके पर दबिश देकर वीरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। वीरेंद्र सिंह के कब्जे से कैप्सूल के रूप में 291 ग्राम ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड मिले। टैबलेट के रूप में 12 ग्राम अल्प्राजोलम और पेंटाजोसिन इंजेक्शन के 13 एम्पुल जब्त की। कोडीन फॉस्फेट सिरप की 29 बोतलें आदि नशीली दवाएं बरामद की हैं। आरोपी वीरेंद्र सिंह मून मेडिकोज के नाम से दुकान चला रहा था। आरोपी वीरेंद्र सिंह ने खुलासा किया कि उसने बरामद साइकोट्रॉपिक दवाइयां दो अन्य स्रोतों से खरीदी थीं।










