जयपुर। मनोरोग अस्पताल और डॉक्टरों के लिए अब राजस्थान मेें रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी हो गया है। मनोरोग चिकित्सा संस्थानों और इससे जुड़े प्रोफेशनल्स के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होगा। यह निर्णय राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण की पिछले दिनों हुई बैठक में लिया गया है।

प्राधिकरण की बैठक में फैसला लिया गया कि मनोरोग अस्पतालों और नशा मुक्ति केंद्रों के नियमानुसार संचालन के लिए एसओपी तैयार की जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और जिला प्रशासन के एक-एक प्रतिनिधि को शामिल कर टीम बनाई जाएगी।

यह टीम नशा मुक्ति केंद्रों का नियमित निरीक्षण करेगी और नियमों के विपरीत चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों पर कार्रवाई की जाएगी। विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ के अनुसार मनोरोग चिकित्सा संस्थानों के लिए नियम और न्यूनतम मापदंड भी बनाए जाएंगे।