रोहतक। फार्मासिस्ट नियमों की अनदेखी करना दवा दुकानदारों को भारी पड़ा है। जिले में 70 मेडिकल स्टोर संचालकों के लाइसेंस कैंसिल कर दिए गए हंै।
जिला औषधि नियंत्रक डॉ. मनदीप मान ने बताया कि दवा दुकानदारों पर कार्रवाई की जा रही है। फार्मासिस्टों के लिए एप्रन पहनना, दवाओं को धूल-मिट्टी व धूप से बचाने के लिए साफ-सफाई व शीशा लगाना जरूरी है। निर्धारित तापमान पर दवाओं को सुरक्षित रखनके लिए फ्रिज चालू हालत में होना जरूरी है। विभाग ने नियमों की पालना न करने वाले जिले के 70 दवा दुकानदारोंं के लाइसेंस कैंसिल कर दिए हैं। 30 के खिलाफ कार्रवाई होनी अभी बाकी है।
उन्होंने बताया कि दवा दुकानदार बगैर किसी डॉक्टर की सलाह के दवा धड़ल्ले से बेच रहे हैं। ज्यादातर दुकानों पर फार्मासिस्ट के बजाय कर्मचारी ही दवा देेते पाए गए। औषधि नियंत्रक ने कहा कि विभाग की ओर से 30 दिसंबर 2023 से अब तक 70 दवा विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द किए गए है। शहर में बिना चिकित्सीय परामर्श के धड़ल्ले से दवाएं बेची जा रही हैं।
इनमें बुखार, सिरदर्द, गैस, हाजमा संबंधी दवा बिना परामर्श बेची जा रही है। शहर के मेडिकल मोड़, शीला बाईपास, दिल्ली बाईपास, गोहाना रोड, सुखपुरा चौक, किला रोड, रेलवे रोड आदि दुकानों पर कोई भी केमिस्ट एप्रन पहने नजर नहीं आए। विभाग ऐसे दुकानदारों से सख्ती से निपट रहा है।