मुंबई। मैनकाइंड फार्मा ने चीन की बायोफार्मा फर्म इनोवेंट बायोलॉजिक्स के साथ भागीदारी की घोषणा की है। मैनकाइंड फार्मा भारत में अपना ऑन्कोलॉजी पोर्टफोलियो तैयार करने की तैयारी में है। इस साझेदारी के तहत कंपनी भारतीय बाजार में आधुनिक पीडी-1 इम्यूनोथेरेपी, सिंटिलिमैब का विशेष रूप से लाइसेंस हासिल करेगी और इनका व्यवसाय करेगी।
गौरतलब है कि भारतीय ऑन्कोलॉजी बाजार करीब 8,000 करोड़ रुपये का है। मैनकाइंड पहली बार किसी चीनी फर्म के साथ नए बायोलॉजिक्स के लिए साझेदारी कर रही है।
इसके तहत मैनकाइंड फार्मा को भारत में सिंटिलिमैब के पंजीकरण, आयात, विपणन, बिक्री और वितरण का विशेष अधिकार मिलेगा। मैनकाइंड के अनुसार इनोवेंट को विनियामक और वाणिज्यिक संबंधित भुगतान अग्रिम तौर पर प्राप्त करने का अधिकार होगा। फार्मा के वरिष्ठ अध्यक्ष (बिक्री एवं विपणन) अतीश मजूमदार ने कहा कि यह नवीनतम थेरेपी भारतीय बाजार में पेश कर हम रोगियों के परिणामों में सुधार लाने और ऑन्कोलॉजी में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैनकाइंड फार्मा इस साझेदारी में अपनी व्यापक फार्मास्युटिकल विशेषज्ञता और व्यापक वितरण नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी।
चीन में टीवाईवीआईटी (सिंटिलिमैब इंजेक्शन) के रूप में बेची जाने वाली सिंटिलिमैब इनोवेंट और इलाई लिली द्वारा मिलकर बनाई गई पीडी-1 इम्यूनोग्लोबूलिन जी4 मोनोक्लोनल एंटीबॉडी है। इनोवेंट का दावा है कि इस दवा ने चीन में आठ स्वीकृत संकेतों के साथ कई प्रमुख कैंसर प्रकारों में प्रभावकारिता और सुरक्षा का प्रदर्शन किया है। इनमें नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर, लीवर कैंसर, गैस्ट्रिक कैंसर, एसोफैजियल कैंसर, एंडोमेट्रियल कैंसर और हॉजकिन लिंफोमा शामिल हैं।