उज्जैन। दिल के मरीज को पेट दर्द की दवा देना एक मेडिकल स्टोर संचालक को भारी पड़ गया। शिकायत मिलने पर दवा स्टोर को सील कर दिया गया है। यह कार्रवाई ऋषि नगर निवासी राजीव सोलंकी की शिकायत पर पाटीदार मेडिकोज के खिलाफ शिकायत पर की गई।
यह है मामला
जानकारी अनुसार ऋषि नगर निवासी राजीव सोलंकी के पिता 75 वर्षीय गंगाराम सोलंकी दिल के मरीज हैं। वह अपने पिता की दवाई लेने के लिए मेडिकल स्टोर पर गया। वहां से दिल के बजाय पेट दर्द की दवाई दे दी गई। उसने इस बारे में कलेक्टर को शिकायत की। इसके चलते सीएमएचओ को जांच के निर्देश दिए गए। जांच टीम ने शिकायत सही मिलने पर कलेक्टर के निर्देश पर आरोपी पाटीदार मेडिकोज को सील कर दिया और 15 दिन के लिए लाइसेंस निलंबित कर दिया है।
शिकायत में राजीव ने बताया कि सिडमस 50 एमजी दवा के बदले मेनेटॉन दे दी गई जो पेट दर्द में काम आती है। यानी उसके पिता महीने भर तक पेट दर्द की दवा लेते रहे। गनीमत यह रही कि दवा से कोई रिएक्शन नहीं हुआ, लेकिन यह सरासर लापरवाही है।
कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ ने ड्रग इंस्पेक्टर धर्म सिंह कुशवाह को जांच के आदेश दिए। टीम ने पाटीदार मेडिकोज पहुंच कर जांच की। शिकायत सही मिली तो कलेक्टर के निर्देश पर मेडिकल को सील कर दिया गया। पंद्रह दिन के लिए लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया।