नई दिल्ली। एचआईवी की नई दवा लोगों को तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि इंजेक्शन के ज़रिए दी जाने वाली लेनाकापाविर दवा बेहद प्रभावी है। यह लम्बे समय तक असर करने वाली एंटीरेट्रोवायरल दवा है।
यह दवा रोज़ाना खाई जाने वाली गोलियों और अन्य अल्पकालिक उपायों का एक बेहतर विकल्प मानी जा रही है। के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा कि एचआईवी का उपचार करने वाली वैक्सीन अभी दूर की बात है, लेकिन लेनाकापाविर इस कड़ी में अगली सबसे बड़ी उम्मीद है।
यह लम्बी अवधि तक असर करने वाली एंटीरेट्रोवायरल दवा है। यह परीक्षणों मे संक्रमण के जोखिम वाले लोगों को पूरी तरह सुरक्षित रखने में कारगर साबित हुई है। एड्स से बचाव के प्रयास दुनिया भर में धीमे पड़ रहे हैं। ऐसे में इंजेक्शन के ज़रिए दी जाने वाली इस दवा को, WHO का समर्थन बहुत अहम है। स्वास्थ्य एजेंसी चाहती है कि लोगों को यह इंजेक्शन, उनके घर के पास ही आसानी से मिल सके।
WHO ने सलाह दी है कि जटिल और महंगे तरीक़ों के बजाय सरल जाँच किट का इस्तेमाल किया जाए। इससे संक्रमण की पहचान आसान हो सकेगी। हालांकि, अभी चिकित्सा परीक्षण से बाहर, इस इंजेक्शन तक लोगों की पहुँच सीमित है। ऐसे में सरकारों, दानदाताओं से इसे तुरन्त अपने एड्स रोकथाम कार्यक्रमों में शामिल करने का आग्रह किया है।