अलीगढ़ (उप्र)। सुपरबग को कंट्रोल करने वाली नई दवा जल्द ही बाजार मेें आएगी। दवा तैयार करने का कार्य अंतिम चरण में है। बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विवि में दस साल तक चले शोध में इससे निपटने की दवा की खोज कर ली गई है।
गौरतलब है कि सुपरबग में शक्तिशाली एंटीबायोटिक्स को भी नष्ट करने की क्षमता है। यह एनडीएम-4 नई दिल्ली मेटालो लैक्टामेज एनडीएम-1 का अधिक घातक रूप था, जिसे पहली बार 2009 में भारतीय मूल के एक स्वीडिश मरीज से अलग किया गया था। एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के आईक्यूसी के निदेशक प्रो. असद यू. खान नेइस पर शोध शुरू किया। डॉ. खान ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के सामान्य वार्ड के शौचालयों से 10 मीटर के भीतर तीन जगहों से सीवेज के पानी के 52 नमूने उठाए और जांच की।
इनमें एनडीएम-4 का केवल एक पुष्ट मामला मिला था और इसे अलग किया गया। यह देखते हुए कि यह बग बहुत तेजी से बढ़ता है। इस पर शोध शुरू किया गया। इससे पहले यह बग कैमरून, डेनमार्क, फ्रांस और चेक गणराज्य में ही पाया गया था।