पानी में मिला मच्छर का लार्वा, तो घर आएगा नोटिस

डेंगू
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वाराणसी में अब तक डेंगू के 280 मरीज आ चुके हैं। शहर में 208 और गांवों में 72 मरीजों को अभी तक अस्पतालों में भर्ती करके या घर पर ही इलाज चल रहा है। वहीं, वायरल फीवर से पीड़ित 10 हजार से ज्यादा मरीज जिले में रिपोर्ट किए गए हैं।

जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पांडे ने बताया कि वाराणसी के सभी डेंगू् हॉटस्पॉट इलाकों में नगर निगम और पंचायत राज विभाग के सहयोग से बचाव का काम जारी है।

वहीं, अस्पतालों में भर्ती मरीजों की स्थिति सामान्य है। शहर में डेंगू पर बढ़ती संख्या और अस्पताली अव्यवस्था को देखते हुए कांग्रेस ने CMO ऑफिस की काफी खिचाई की है। आंदोलन भी छेड़ दिया है। इसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लार्वा सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है।

110 सर्विलांस टीम खोज

पूरे वाराणसी जिले में 110 सर्विलांस टीम लार्वा की खोज में आज निकल चुकी हैं। CMO ने कहा कि यदि किसी के भी घर या द्वार पर जल जमाव में लार्वा पाया गया, तो मकान मालिक को नोटिस दिया जायेगा। उन लोगाें पर अर्थदंड भी लगाया जा सकता है। CMO डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि आज से डेंगू कंट्रोल के लिए शहर में 42 और गांवों में 68 टीमें तैनात हो रहीं हैं।

घर-घर में घुसकर मारेंगे लार्वा

टीम के लोग डेंगू प्रभावित इलाकों और घर-घर जाकर लार्वा के स्रोत को पूरी तरह से नष्ट करेंगे। जिन घरों में मच्छरों का लार्वा पाया जाएगा, वहां दवा का छिड़काव कर खत्म किया जाएगा।

साथ ही कई दिनों से घरों या आसपास जमा पानी में मच्छरों का लार्वा मिला तो घर के मालिक को स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोटिस थमाई जाएगी। ज्यादा दिनों तक पानी का जमा रहना डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि मच्छर जनित बीमारियों को आमंत्रण देती है। CMO ने कहा ”हमारी अपील है कि घर या आसपास के जगहों पर पानी इकट्ठा ही न होने दें। साफ-सफाई और स्वच्छता का खास ख्याल रखें। यही उपाय आपको अस्पताल जाने से बचाएगी।”

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