मेडिकल स्टोर संचालक ने बच्चे को बेची नशीली दवा , लाइसेंस कैंसिल

अंबिकापुर। मेडिकल स्टोर संचालक ने एक बच्चे को नशीली दवा बेच दी। मामला संज्ञान में आने पर दवा दुकान का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया है। मामला शहर के प्रतापपुर नाका स्थित मिश्रा मेडिकल स्टोर्स का है। यह कार्रवाई औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी व सहायक औषधि नियंत्रक रमिला भगत ने की है।

यह है मामला

औषधि विभाग को मिश्रा मेडिकल स्टोर द्वारा नशीली दवा बेचने की शिकायतें लगातार मिल रही थी। विभाग ने योजनाबद्ध तरीके से एक 13 वर्ष के बच्चे को 100 रुपये देकर मेडिकल स्टोर पर भेजा। स्टोर पर उपस्थित व्यक्ति ने बिना किसी पूछताछ के बच्चे को प्रतिबंधित दवा बेच दी। तभी औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने उक्त मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर चिन्हित नोट को दुकान के काउंटर से बरामद कर लिया। प्रतिबंधित दवा का नाम, बैच नंबर को टेंपर किया गया। जांच के दौरान नारकोटिक दवा के सम्बन्ध में कोई रजिस्टर संधारित होना नही पाया गया।

दुकानदार ने नोटिस का दिया अजीब जवाब

हैरानी की बात यह है कि छापेमारी के बाद जारी किए गए नोटिस का मेडिकल स्टोर संचालक ने अजीब जबाब दिया। उसके अनुसार जो दवा बच्चे से मिली, वह उनके दुकान के सामने सड़क पर गिरी हुई थी। जिस पर उनके पिता की नजर पड़ी। उन्होंने दवा समझकर इसे दुकान के काउन्टर पर रख दिया।

उसी समय बच्चा आया और अपने पिता के लिए नींद की दवा मांगने लगा। दुकान संचालक के अनुसार उसके पिता ने मना किया और कहा कि नारकोटिक दवा हमारी दुकान में नहीं मिलती है। बच्चे की नजर काउंटर पर रखी दवा पर पड़ी और वह कहने लगा कि यही दवा है जो मेरे पिता रोज खाते है। तब दुकानदार के पिता ने उसे ये दवा दे दी।

गौरतलब है कि अंबिकापुर शहर में नशीली दवाइयों की बिक्री के मामले काफी संख्या में सामने आ रहे हैं। खासकर युवा वर्ग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इससे आपराधिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिल रहा है। यही कारण है कि खाद्य व औषधि प्रशासन विभाग के साथ मिलकर पुलिस ऐसे दवा दुकानों को चिन्हित कर छापेमारी कर रही है। मिश्रा मेडिकल स्टोर प्रतापपुर नाका द्वारा नारकोटिक दवाई को बिना वैध चिकित्सक की पर्ची के बिक्री करते हुए पाया गया।

 

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