भुवनेश्वर (ओडिशा)। नकली दवा और टीकाकरण के प्रचार से संबंधित अवैध गतिविधियों में अपने कर्मचारियों की किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।

स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग ने एक सवाल के जवाब में ओडिशा विधानसभा को बताया कि सरकार को किसी भी कर्मचारी द्वारा दवा की दुकानें खोलने या स्टॉक जांच में सहायता करने के लिए अवैध अनुमति देने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि कोई भी सरकारी कर्मचारी ऐसी गैरकानूनी गतिविधियों से जुड़ा नहीं है।
मंत्री ने बताया कि पिछले तीन सालों में नकली दवाइयों, इंजेक्शन और टीकों की बिक्री में शामिल 3,462 स्थानों पर छापे मारे गए।

इस दौरान 13,787 सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए भेजा गया। इनमें से 13,052 का विश्लेषण किया गया और इनमें 84 सैंपल नकली पाए गए। बता दें कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग नकली दवाओं की बिक्री में कथित संलिप्तता पर 15 लोगों को गिरफ्तार किया था।