देहरादून (उत्तराखंड)। नकली दवाइयां बना रहे 4 कंपनियों के मालिक और प्लांट हेड अरेस्ट किए गए हैं। यह कार्रवाई उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने की। इस मामले में अब तक गिरोह के मास्टरमाइंड समेत 10 सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं। आरोपियों की अन्य राज्यों से आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।
यह है मामला
एसटीएफ ने प्रतिष्ठित दवा कंपनियों के भारी मात्रा में नकली रैपर, नकली आउटर बॉक्स समेत एक व्यक्ति संतोष कुमार को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 6 आरोपी संतोष, नवीन बंसल, आदित्य काला, देवी दयाल गुप्ता, पंकज शर्मा और विजय कुमार पांडे को गिरफ्तार किया।
आरोपियों ने करीब 18 लाख टेबलेट बिना स्ट्रिप्स में पैक किए आरोपी नवीन बंसल उर्फ अक्षय की फर्जी फर्म बीचम बायोटेक को बेच दी। इनकी कंपनियों ने दवा ट्रांसपोर्ट करने में मदद करने के लिए दवा बिल में एमआरपी 00.00 अंकित की। यह सरकारी हॉस्पिटल में सप्लाई के लिए की जाती थी। आरोपी नवीन बंसल के पास किसी तरह का मेडिसिन सप्लाई का कॉन्ट्रैक्ट नहीं था। इस प्रकार आरोपी नवीन बंसल दवा को ब्रांडेड मेडिसिन कंपनी के नाम की स्ट्रिप्स में पैक कर बाजार में बेच देता था। इस फर्जी फर्म को दवा सप्लाई करने के आरोपों के मद्देनजर 4 कंपनी हेड को गिरफ्तार किया है।
टीम ने प्रदीप गौड़ निवासी (जेंटिक फार्मा देहरादून), शैलेंद्र सिंह (बीएलबीके फार्मा), शिशिर सिंह (ओएक्सआई) और तेजेंद्र कौर (केरोन लाइफ) को गिरफ्तार किया है। इनके संबंध में आगामी कार्रवाई की जा रही है।