मुंबई। नशीली दवा ट्रामाडोल सप्लाई मामले में फार्मा एमडी को जमानत मिल गई है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने सेफ फॉर्मूलेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को इस मामले में बेल प्रदान की है। उन्हें अप्रैल 2023 में वयस्कों में दर्द के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ओपिओइड दर्द की दवा ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड को निर्यात करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने लंबे समय तक कैद में रहने और निर्णायक सबूतों की कमी का हवाला देते हुए उन्हें कड़ी शर्तों के साथ जमानत दे दी।

यह है मामला

सेंट्रल इंटेलिजेंस यूनिट ने गुप्त सूचना के आधार पर सहार के एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स में दक्षिण सूडान के लिए सेफ फॉर्मूलेशन से एक निर्यात खेप को रोका था। इसमें 720 किलोग्राम टैमोल-एक्स-225′ (ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड) था। इसे मैग्नीशियम साइट्रेट और कैल्शियम कार्बोनेट के रूप में लेबल किया गया था। रेड्डी के वकील कुशल मोर ने दावा किया कि रेड्डी ने सरकार से अपेक्षित अनुमति प्राप्त की थी, जिसमें नशीली दवाओं और मनोदैहिक पदार्थों को रखने का लाइसेंस भी शामिल था।

उन्होंने अदालत को रेड्डी की लंबे समय तक कैद की जानकारी भी दी। एन.जे. जमादार की एकल-न्यायाधीश पीठ ने रेड्डी को एक लाख के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की जमानत देने पर बेल दे दी। अदालत ने कहा कि यह अत्यधिक संभावना नहीं है कि मुकदमा उचित अवधि के भीतर समाप्त किया जा सकता है। 22 महीने की यह कैद भी मायने रखती है।