मुंबई। डॉक्टर्स को विदेश यात्रा कराने वाली बड़ी दवा कंपनी रडार पर आ गई है। फार्मा डिपार्टमेंट ने मल्टीनेशनल कंपनी एबवी हेल्थकेयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को समान संहिता का उल्लंघन करने पर फटकारा है।

बताया गया कि कंपनी एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स बोटॉक्स और जुवेडर्म पर बेहतर नॉलेज के लिए 30डॉक्टरों को फार्मास्युटिकल मार्केटिंग प्रैक्टिस के लिए पेरिस और मोनाको लेकर गई थी। फार्मा डिपार्टमेंट ने इस मामले में टैक्स अधिकारियों से कंपनी और डॉक्टरों की देनदारी का आकलन करने के लिए कहा है। कुल 30 में से 24 डॉक्टर पेरिस गए और 6 डॉक्टर मोनाको गए थे।

फार्मा डिपार्टमेंट ने नेशनल मेडिकल कमीशन से भी डॉक्टरों के खिलाफ प्रोफेशनल मिसकंडक्ट के मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा है। गौरतलब है कि दवा कंपनियां किसी भी हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी का ऑफर नहीं दे सकती हैं। डिपार्टमेंट ने इस मामले में एक ऑडिट किया था, जिसके मुताबिक अमेरिकी फार्मा कंपनी सब्सिडरी कंपनी एबवी हेल्थकेयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने डॉक्टरों के लिए ट्रैवल टिकट और होटल में ठहरने के लिए

1.9 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए थे।

इंवेस्टिगेटर्स ने कंपनी से सरकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे वंचित मरीजों को उल्लंघनों के बराबर मदद मुहैया करने के लिए कहा था। कंपनी ने 10 दिसंबर को कमेटी के प्रस्ताव को मानने से मना कर दिया था। इसके बाद फार्मा डिपार्टमेंट ने उल्लंघन के कारण कंपनी की टैक्स देनदारी का आकलन करने के आदेश जारी कर दिया।