भरतपुर (राजस्थान)। गर्भवती महिला की इलाज में देरी से अस्पताल में मौत का मामला सामने आया है। मृतका के परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस प्रशासन ने तुरंत हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया।

यह है मामला

डीग जिले के मोनाका गांव की निवासी गर्भवती महिला योगेश (32) को पति बलराम ने भरतपुर के सूरजपोल स्थित सिटी हॉस्पिटल में डिलीवरी के लिए भर्ती करवाया था। पति का आरोप है कि भर्ती कराने के बावजूद कोई डॉक्टर उसे देखने नहीं आया। परिजन बार-बार डॉक्टरों से इलाज के लिए अनुरोध करते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

अस्पताल प्रशासन ने डिलीवरी से पहले ही एक लाख 50 हजार रुपये की मांग पूरी करवा ली और इसके बावजूद डॉक्टरों ने समय पर इलाज नहीं किया। परिजनों का कहना है कि कई बार अनुरोध के बाद एक डॉक्टर ने आकर महिला को देखा, लेकिन तब तक योगेश और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों की मृत्यु हो चुकी थी।

घटनास्थल के नजदीक ही मुख्यमंत्री का कार्यक्रम चल रहा था। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाकर शांत किया। फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी गई है।