सिद्धार्थ नगर (उप्र)। गर्भपात केस को लेकर प्राइवेट अस्पताल सील करने का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मुकेश क्लिनिक व चाइल्ड केयर सेंटर को सील कर दिया और अमीना हास्पिटल के विरुद्ध नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई बढऩी में गर्भपात कराने की बातचीत के सोशल मीडिया पर वायरल दो वीडियो के मामले में की गई।

यह है मामला

जानकारी अनुसार सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें बातचीत में बढऩी कस्बे के पचपेड़वा रोड पर स्थित मुकेश क्लिनिक व चाइल्ड केयर सेंटर की करतूतों को उजागर किया गया था। एक व्यक्ति ने अस्पताल संचालक मुकेश से कहा कि मेरा घर नेपाल के सेमरा गांव में है और एक गर्भपात कराना है। संचालक ने कहा कि ठीक है, मरीज को ले आइए। हमारे क्लिनिक में 22 बेड का अस्पताल है, यहां हर सुविधा मिलेगी। कोई भी ऑपरेशन लेकर आओगे तो आपको कमीशन 6000 रुपये मिलेगा।
तब तक दूसरा वीडियो रविवार दोपहर ढाई बजे बढऩी कस्बे के अमीना हॉस्पिटल का गर्भपात को लेकर वायरल हो गया। दूसरा वीडियो वायरल होते ही इन हास्पिटल को संरक्षण देने वाले स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों में हडक़ंप मच गया।

डीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहले मुकेश क्लिनिक व चाइल्ड केयर सेंटर पहुंची। यहां सेंटर का कोई लाइसेंस नहीं पाया गया। सेंटर फर्जी चल रहा था। यहां 22 बेड अस्पताल और बोर्ड में दर्शाए गए चिकित्सक सब फर्जी दर्शाए गए थे। अस्पताल में अग्निशमन सुरक्षा की व्यवस्था नहीं थी। जांच में यह सेंटर फर्जी पाया गया।

उसके बाद एसडीएम राहुल सिंह के आदेश पर मुकेश क्लिनिक व चाइल्ड केयर सेंटर को सील किया गया। जांच टीम दूसरे हॉस्पिटल आमिना हेल्थ सेंटर पर पहुंची। यहां मौजूद डॉक्टर अलीम ने वायरल वीडियो के संबंध में गर्भपात करने से इनकार कर दिया। जांच के दौरान आमिना हेल्थ सेंटर पर कोई डॉक्टर एवं एनएनएम उपलब्ध नहीं मिले। इसके बाद जांच टीम ने अस्पताल संचालक को नोटिस जारी कर 18 जून तक जवाब मांगा है। आमिना हेल्थ केयर पर कई मरीज ऑपरेशन किए हुए मिले जिसकी देखरेख के लिए नोडल अधिकारी ने सीएमओ से बात की। टीम में गर्भपात के वायरल वीडियो की भी पुष्टि की है।

जांच टीम के नोडल अधिकारी डॉक्टर प्रमोद कुमार ने बताया कि डॉक्टर मुकेश कुमार के क्लीनिक को सील कर दिया और आमिना हेल्थ केयर सेंटर को नोटिस दिया है। इस अस्पताल के वायरल वीडियो के बातचीत की पुष्टि हुई है। नोटिस का सही तरीके से जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की जाएगी।