भोपाल (मप्र)। पतंजलि की दवाओं की गुणवत्ता को लेकर एम्स भोपाल में रिसर्च की जाएगी। पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन फैटी लिवर और एलर्जिक राइनाइटिस समेत कई बीमारियों की दवाएं बनाता है। पतंजलि का दावा है कि इन दवाओं से मरीज को सौ प्रतिशत ठीक कर दिया जाता है। इसमें एलोपैथिक दवाओं का बिलकुल इस्तेमाल नहीं होता। कंपनी के इस दावे की जांच एम्स भोपाल करेगा। दावा सही मिलने पर एम्स प्रबंधन भी पतंजलि की आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल करेगा।

एम्स भोपाल के डाक्टरों ने बताया कि संयुक्त शोध आठ बीमारियों पर किया जाएगा। रिसर्च के पहले चरण में गंभीर मरीजों को शामिल नहीं किया जाएगा। शेध के बाद जो रिजल्ट आएंगे, उसे सार्वजनिक किया जाएगा।

इन आठ बीमारियों पर होगा रिसर्च

फैटी लिवर, एलर्जी, जीवनशैली संबंधी रोग, यकृत विकार, श्वसन तंत्र की समस्याएं, गुर्दा रोग व न्यूरोलॉजिकल विकारों पर शोध किया जाएगा। संयुक्त शोध के दौरान आयुर्वेदिक दवाएं पतंजलि द्वारा मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएंगी।