बस्ती (उत्तर प्रदेश)। नकली दवा की बिक्री का भंडाफोड़ होने का मामला प्रकाश में आया है। गोपनीय शिकायत मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग ने मौके पर छापेमारी की। पुरानी बस्ती के पॉश इलाके में स्थित पवन फार्मा नामक प्रतिष्ठान पर नकली दवा के निर्माण और बिक्री की जा रही थी। शिकायत में बताया गया था कि आरोपी फर्म एक गुप्त स्थान पर इन नकली दवाओं का निर्माण कर पूरे बाजार में एक सुव्यवस्थित नेटवर्क के माध्यम से इनकी सप्लाई कर रही है।
ड्रग इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि विभाग को गोपनीय शिकायत मिली थी कि पवन फार्मा द्वारा नकली दवाएं बनाई और बेची जा रही हैं। शिकायत के आधार पर उन्होंने तुरंत एक जांच टीम का गठन किया और फर्म पर छापेमारी की योजना बनाई गई। टीम ने मौके पर दबिश देकर विभिन्न दवाओं के सैंपल सील कर लिए हैं। इन सैंपल को अब राज्य स्तरीय प्रयोगशाला में भेजा जाएगा और वहां से रिपोर्ट मिलने पर आगामी कार्रवई की जाएगी।
फार्मा के मालिक ने आरोपों को बेबुनियाद बताया
पवन फार्मा के मालिक अनिल रूंगटा ने इन गंभीर आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि यह उनकी व्यावसायिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की साजिश है। रूंगटा ने यह भी दावा किया कि जिस व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई है, उसका नाम और पता भी गलत है, जिससे शिकायत की सत्यता पर संदेह होता है।
उन्होंने विश्वास जताया कि विभाग की निष्पक्ष जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी और उनकी फर्म को क्लीन चिट मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि वे जांच में पूरा सहयोग करेंगे और उनके पास खुद को सही साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। इस घटना के सामने आने के बाद जिले के दवा बाजार में खलबली मच गई है। अन्य दवा विक्रेता भी सतर्क हो गए हैं और अपने स्टॉक की जांच कर रहे हैं ताकि यह तय कर सकंे कि वे अनजाने में भी नकली दवाएं तो नहीं बेच रहे हैं।