जयपुर (राजस्थान)। वीआरएस लेने के लिए सीनियर डॉक्टरों की कतार लग गई है। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के कई सीनियर डॉक्टरों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन दिया है। यह स्थिति तब है जब मेडिकल कॉलेजों में पहले से ही चिकित्सक शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। ऐसे में आगामी समय में अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं पर भारी संकट खड़ा होने की आशंका है।
सरकार नहीं दे रही मंजूरी
राज्य सरकार इन आवेदनों को तुरंत मंजूरी नहीं दे रही है। इसके बावजूद पिछले कुछ वर्षों में कई डॉक्टर वीआरएस लेकर निजी अस्पतालों में शामिल हो चुके हैं। अब भी प्रोफेसर से लेकर अधीक्षक स्तर तक के करीब आधा दर्जन वरिष्ठ चिकित्सक वीआरएस के लिए प्रयासरत हैं।
ये बताए कारण
प्रदेशभर में हाल के महीनों में दर्जनभर से अधिक आवेदन आए हैं। इनमें कई डॉक्टर 25 से 30 वर्ष की सेवा के बाद सरकारी व्यवस्था से बाहर निकलना चाहते हैं। कुछ चिकित्सकों का कहना है कि प्रशासनिक दबाव ज्यादा बढ़ गया है। कई वरिष्ठ डॉक्टरों का मानना है कि सरकारी सेवा में अब पहले जैसा ‘पेशेवर संतोष’ नहीं बचा।