गांधीनगर । एंजियोप्लास्टी स्टेंट की कीमत बढ़ाने का फैसला वापस ले लिया गया है। गुजरात सरकार ने यह कदम भारतीय दवा निर्माताओं के विरोध के बाद उठाया है। राज्य सरकार ने अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा स्वीकृत एंजियोप्लास्टी स्टेंट की कीमत भारतीय नियामक द्वारा स्वीकृत स्टेंट की तुलना में दोगुनी करने का फैसला लिया था। इस मामले में अब यू टर्न ले लिया गया है।

मूल्य निर्धारण को स्थगित करने का निर्णय प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री अमृतम (पीएमजेएवाई-एमए) के शासी निकाय की गांधीनगर में हुई बैठक के दौरान लिया गया।

स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा कि एंजियोप्लास्टी में इस्तेमाल होने वाले स्टेंट की कीमत के लिए कार्यकारी समिति के फैसले को गवर्निंग बॉडी में फिलहाल टाल दिया गया है। वर्तमान में, अवरुद्ध हृदय धमनियों के उपचार के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी ड्रग-एल्यूटिंग स्टेंट (डीईएस) की कीमत 35,000 रुपये है।
एसोसिएशन ऑफ इंडियन मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर गुजरात सरकार के अलग-अलग मूल्य निर्धारण के फैसले को भेदभावपूर्ण बताया है।

सूत्रों के अनुसार कुछ अमेरिकी-स्वीकृत स्टेंट की कीमत अधिक है और कुछ भारतीय निर्मित स्टेंट की कीमत कम है। इस योजना के तहत अस्पतालों को किए गए भुगतान समान थे। प्रत्येक मरीज पर इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पाद के प्रकार के आधार पर भुगतान करने का निर्णय लिया गया था, और इसलिए दो दरें तय की गईं।