मल्लावां (हरदोई)। महिला की मौत का पता चलने के बाद प्राइवेट अस्पताल के गुम हो जाने का सनीसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। अस्पताल और चिकित्सकों के बोर्ड भी रातों रात हटा दिए गए।

यह है मामला

बांसा गांव के मजरा सथरा निवासी रेखा देवी (30) तीन माह की गर्भवती थीं। पेट में दर्द होने पर उसे संडीला रोड स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि पेट में पल रहा बच्चा खराब हो गया है। रेखा की जान को खतरा बताते हुए गर्भपात कराने की सलाह दी।

इस पर महिला का गर्भपात करा दिया गया। अगले दिन महिला की हालत ज्यादा बिगड़ी तो परिजनों ने दूसरे चिकित्सकों के पास दिखाया। राहत न मिलने पर परिजन रेखा को लेकर लखनऊ ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। वहां रेखा की मौत हो गई। इससे परिजनों में कोहराम मच गया। मृतका के पिता कासिमपुर थाना क्षेत्र के बिहारीपुर निवासी दयाशंकर ने ससुरालीजनों पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाया। थानाध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उधर, रेखा की मौत की जानकारी अस्पताल के कर्मचारियों को भी हुई। इसके बाद अस्पताल के कर्मचारी अस्पताल बंद कर भाग निकले। अस्पताल के बाहर लगे चिकित्सकों और उनकी डिग्री के बोर्ड भी संचालक उखाड़ ले गए। सीएमओ डॉ. रोहताश कुमार ने बताया कि परिजनों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। मामले की जांच जरूर कराएंगे और जो भी दोषी मिलेगा, उस पर कार्रवाई होगी।