बरेली। नशीली दवा की तस्करी में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। इनमें मुख्य तस्कर वीरेंद्र उत्तराखंड के रुद्रपुर का निवासी है। यह कार्रवाई इज्जतनगर पुलिस ने की।
यह है मामला
थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह को सूचना मिली कि मिनी बाइपास पर निर्माणाधीन नए बस अड्डे के पास नशे के इंजेक्शन की डिलीवरी दी जा रही है। पुलिस ने मौके पर दबिश दी तो दो युवक खड़े मिले जो पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें घेरकर पकड़ लिया और उनकी तलाशी ली। पुलिस पूछताछ में एक तस्कर ने अपना नाम कर्मचारी नगर (इज्जतनगर) निवासी रिषभ गंगवार और दूसरे ने रुद्रपुर निवासी वीरेंद्र सिंह बताया।
रिषभ ने पुलिस को बताया कि पिता इंद्रदेव के कहने पर वह बैग में 8 पैकेट एविल इंजेक्शन लाया था, इसमें 200 इंजेक्शन हैं। उसने 125 इंजेक्शन वीरेंद्र को दिए हैं। बैग में रखे 200 इंजेक्शन किसी अन्य तस्कर को देने हैं। वह इंजेक्शन में मिलाने वाली गोली भी साथ लेकर आए थे, जिसे ज्यादा नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस ने वीरेंद्र के पास से 125 एविल इंजेक्शन, ऐल्प्रैसेफ टेबलेट के 13 पत्ते और क्लोनाजेपम टेबलेट का एक पत्ता बरामद किया।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि दोनों तस्करों के मोबाइल भी कब्जे में ले लिए हैं। पुलिस ने रिषभ की निशानदेही पर मिनी बाइपास के पुल पर इंद्रदेव को भी हिरासत में ले लिया। इंद्रदेव से पुलिस ने एविल के 300 इंजेक्शन, 10 ऐल्प्रैसेफ टेबलेट के पत्ते और एक क्लोनाजेपम टेबलेट का पत्ता बरामद किया। तीनों तस्करों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।