नई दिल्ली। फार्मा टैरिफ की योजना को ट्रंप सरकार ने फिलहाल स्थगित कर दिया है। इससे दवा निर्माताओं को राहत की सांस मिली है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दवा निर्यात पर 100 फीसदी तक टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। ये नियम बुधवार से लागू होना था लेकिन अब व्हाइट हाउस ने इसे रोक दिया है। ट्रंप प्रशासन फिलहाल दवा कंपनियों से समझौते की कोशिश कर रहा है। इससे भारी-भरकम टैरिफ लगाने की नौबत नहीं आएगी।

फाइजर के साथ ऐतिहासिक डील

इस बीच ट्रंप ने न्यूयॉर्क स्थित फार्मा दिग्गज फाइजर के साथ एक बड़ा समझौता किया है। कंपनी अमेरिका में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए 70 अरब डॉलर का निवेश करेगी। फाइजर अपनी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की अधिकांश दवाओं और चुनिंदा ब्रांड्स पर छूट भी देगी। इस निवेश और सहयोग के बदले फाइजर को आगामी तीन सालों तक प्रस्तावित टैरिफ से छूट मिलेगी।

ट्रंप ने कहा कि यह समझौता बाकी दवा कंपनियों के लिए भी एक मॉडल बनेगा। ट्रंप ने साफ किया है कि जो कंपनियां समझौते की टेबल पर नहीं आएंगी, उन पर भारी टैरिफ लगाया जाएगा। अगर वे सहयोग नहीं करेंगे तो हम उन पर उतनी ही राशि का टैरिफ लगाएंगे। इससे अमेरिकी दवा कंपनियों पर सरकार के साथ समझौते का दबाव और बढ़ गया है। हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि ट्रंप की टैरिफ योजना अंतत: किस रूप में लागू होगी। फिलहाल प्रशासन बातचीत पर भरोसा जता रहा है। संकेत मिलता है कि ट्रंप प्रशासन टकराव की बजाय सौदेबाजी को प्राथमिकता दे रहा है। आने वाले हफ्तों में फार्मा सेक्टर में और बड़े ऐलान देखने को मिल सकते हैं।