मुंबई। भारतीय फार्मा कंपनियों को अमेरिकी कोर्ट से झटका मिला है। अमेरिका की एक जिला अदालत ने Astellas फार्मा को उसके मशहूर ब्लैडर डिसऑर्डर ड्रग Myrbetriq (मिराबेग्रोन) के पेटेंट विवाद में राहत दी है। कोर्ट ने Zydus और Lupin जैसी जेनेरिक दवा बनाने वाली कंपनियों की दलीलों को खारिज कर दिया है, जिससे इनकी आगे की रणनीति पर असर पड़ सकता है।
ये है मामला
Zydus और Lupin ने अप्रैल 2025 में ‘रिस्क पर’ Myrbetriq की जेनेरिक दवा लॉन्च की थी। इन कंपनियों ने कोर्ट से ‘reduced food effect’ की परिभाषा को ‘189’ और ‘451’ दोनों पेटेंट पर एक समान तरीके से लागू करने की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने Astellas की व्याख्या को सही माना, जिससे जेनेरिक कंपनियों के लिए एक नई कानूनी बाधा खड़ी हो गई है।
अब तक कानूनी बहस ‘780’ पेटेंट की वैधता पर केंद्रित थी.अगर यह पेटेंट रद्द होता है, तो MSN और Ascent जैसी कंपनियां नवंबर 2025 तक बाज़ार में प्रवेश कर सकती थीं। अब ‘189’ पेटेंट की कानूनी वैधता और व्याख्या ने मामला और कठिन कर दिया है।
Zydus और Lupin के सूत्रों का कहना है कि यह फैसला मौजूदा हालात में बदलाव नहीं लाता। असली असर तब देखने को मिलेगा जब अगले साल सभी पेटेंट पर ज्यूरी ट्रायल होगा।