नई दिल्ली। मोटापा कम करने वाली दवाओं का WHO ने समर्थन किया है। मोटापा घटाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जीएलपी -1 रिसेप्ट्टर दवाओं को अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी सहायक बताया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैज्ञानिकों ने मोटापा कंट्रोल करने वाली जीएमपी-1 रिसिप्ट्टर दवाओं का समर्थन किया है। बता दें कि ये दवाएं शरीर के हार्मोन को कंट्रोल करती हैं और इससे भूख और शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इनके सेवन से मोटापा कम करने में मदद मिलती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि दुनियाभर में मोटापा एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। स्वस्थ भोजन और लाइफस्टाइल मोटापा कम करने में सहायक तो हैं, लेकिन इससे बीमारी कंट्रोल नहीं हो आ पा रही है। जीएलपी-1 रिसेप्ट्टर दवाएं नए तकनीक से भी बनी हैं। इनमें सेमाग्लूटाइड जैसी दवाएं हैं जो मोटापा कम करने में काफी मददगार है।
डब्ल्यूएचओ के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. जेरेमी फर्रार ने कहा कि जीएल-1 दवाओं काफी कारगर साबित हो सकती हैं। इन दवाओं में बेहतरीन क्षमता है। मोटापे से ग्रस्त लोगों के जीएलपी-1 रिसेप्टर के इस्तेमाल के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन दिशानिर्देश भी जारी करेगा। ये निर्देश जुलाई 2025 में प्रकाशित होने की संभावना है।