नई दिल्ली। ऑनलाइन वजन घटाने वाली नकली दवाओं के प्रति अलर्ट किया गया है। फार्मासिस्टों ने आमजन को चेताया है कि वे ऑनलाइन नकली वजन घटाने वाली दवाएं न खरीदे। उनका कहना है कि ओज़ेम्पिक की कमी अगले साल तक जारी रहने की उम्मीद है।
नेशनल फार्मेसी एसोसिएशन (एनपीए) ने सुझाव दिया कि इसके परिणामस्वरूप ऑनलाइन दवाओं की बिना लाइसेंस बिक्री में विस्फोट हो सकता है। वजन घटाने वाले दवा इंजेक्शनों को सेलिब्रिटी विज्ञापनों तथा ऑनलाइन तस्वीरों के माध्यम से लोकप्रिय बनाया गया है और नकली संस्करण खतरनाक हो सकते हैं।
बताया गया है कि ओज़ेम्पिक सेमाग्लूटाइड्स का एक ब्रांड है जो टाइप 2 मधुमेह से पीडि़त लोगों को उनके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। कई देशों में वजन कम करने के लिए भी इसे लिया जा रहा है। बता दें कि वर्तमान में ओज़ेम्पिक की कमी है। इसकी मांग अधिक है और कुछ डॉक्टर इसे बिना पर्चे के लिख रहे हैं, क्योंकि इसे दवा को वजन घटाने के लिए लाइसेंस नहीं मिला है।
हालांकि एनएचएस पर उपलब्ध ओज़ेम्पिक, टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगों की मदद करता है, लेकिन भूख को दबाने की इसकी क्षमता के कारण लोग इसका उपयोग वजन कम करने के लिए कर रहे हैं। इसके चलते दवा की कमी हो गई है और नकली टीकों की बिक्री बढ़ रही है।
एनपीए ने आमजन से अपील की है कि वे ब्रिटेन में पंजीकृत या विनियमित न होने वाले विक्रेताओं से ऑनलाइन दवाइयां खरीदने के बजाय फार्मासिस्ट या जीपी से ही खरीदेेंं।
स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि अनधिकृत ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं या ब्यूटी सैलून से विनियमित दवाइयां न खरीदें, क्योंकि वे खतरनाक हो सकती हैं।