एटा। औषधि विभाग ने दवा दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान अनियमितता पाए जाने पर 4 दुकानों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए तथा 1 दुकान का लाइसेंस कैंसिल भी किया है।
जनवरी और फरवरी माह में किए निरीक्षण में कहीं कैश मीमो तो कहीं दवाओं के बिल नहीं मिले। कहीं एक्सपायर्ड दवाओं को रखने की अलग से व्यवस्था नहीं थी। इस पर 4 दवा दुकानदारोंं के लाइसेंस निलंबित किए गए। वहीं, एक दुकान पर फार्मासिस्ट न मिलने पर उसका लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया।
यह है मामला
औषधि निरीक्षक सुनील कुमार के अनुसार जनवरी में अलीगंज के नगला पड़ाव पर स्थित थोक विक्रेता कार्तिक मेडिकल पर गए थे। वहां कैश मीमो सहित दवाओं के बिल नहीं मिले। बिल उपलब्ध कराने को कहा तो उन्होंने उपलब्ध नहीं कराए। इस पर उन्हें नोटिस सौंपा गया है।
लाइसेंस सस्पेंड किया
शहर के शिव मार्केट में स्थित फुटकर विक्रेता शाक्य मेडिकल स्टोर पर फरवरी माह में एक्सपायर दवाओं के रखने की व्यवस्था सही नहीं मिली। पुन्हैरा में थोक विक्रेता मां वैष्णो मेडिकल की जांच की। यहां कैश मीमो नहीं मिला। कुछ अन्य अव्यवस्थाएं भी थीं। उन्होंने नोटिस का जवाब भी नहीं दिया। इन तीनों के साथ ही ठंडी सडक़ पर स्वयं मेडिकल स्टोर का लाइसेंस सस्पेंड किया गया है। यहां भी अनियमितताएं मिली।
कंपनी को नोटिस भेजा
पथवारी मंदिर के पास संचालित वी फेयर मेडिकल स्टोर से फार्मासिस्ट ने कागज हटा लिए। विक्रेता को कई नोटिस दिए, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इस पर लाइसेंस को कैंसिल कर दिया गया। बताया कि पुन्हैरा में संचालित मां वैष्णो मेडिकल से निरीक्षण के दौरान पशुओं की दवा एफ स्टार वोलस और एक्सी फ्लू के सैंपल लिए गए थे।
जांच में यह फेल मिले। दवा की बिक्री पर रोक लगाई गई है। कंपनी को भी नोटिस भेजा गया है। दिसंबर माह में रिजोर से बच्चों के सीरप जीलोपेड 50 का सैंपल लिया गया था। सैंपल फेल मिलने पर बिक्री पर रोक लगाई गई है और कंपनी को नोटिस भेजा गया है।