अम्बेडकरनगर। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ निधि मिश्रा ने कहा है कि संचारी रोगों में अहम रोग डेंगू है। आम संचारी रोगों की तरह ही डेगू भी मच्छर जनित रोग है। डेंगू पीड़ित व्यक्ति को कभी भी स्वयं डॉक्टर नहीं बनना चाहिए। खुद एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करने से बचना चाहिए। बिना चिकित्सक से सलाह लिए बिना एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
डेंगू रोग से बचाव के लिए मच्छरों से पूरी तरह से बचना चाहिए। घर के अंदर व आसपास पानी नहीं जमा होना देना चाहिए। बारिश में वायरल आम होता है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ निधि मिश्रा ने बताया कि डेंगू के लक्षण दिखने पर सीधे सरकारी अस्पताल में इलाज कराना चाहिए। दावा किया कि सभी सरकारी चिकित्सालयों में डेंगू रोग के इलाज की बेहतर व्यवस्था है।
डेंगू रोग की पहचान करना बेहद आसान है। डेंगू रोग लक्षणों में आंखों के पिछले भाग में दर्द होना, लंबे अवधि से बुखार होना, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, बदन और जोड़ों में दर्द होना डेंगू रोग का प्रमुख लक्षण है। यह जरूरी नहीं है कि हर वायरल रोग डेंगू ही हो। फिर भी शरीर में पानी की कमी होना, भूख न लगना, उल्टी होने की शिकायत होना, शरीर से खासकर नाक और मसूड़ों से खून निकलना डेंगू का लक्षण हो सकता है।