नशीली दवा का जखीरा पकड़ा, कीमत 4 हजार करोड़ रुपये

पुणे (महाराष्ट्र)। नशीली दवा का जखीरा जब्त करने में पुणे पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस नशीली खेप की बाजार में कीमत करीब 4 हजार करोड़ रुपये बताई गई है। पुलिस ने तीन आरोपियोंं को भी हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ जारी है। बताया गया है कि पुणे के इतिहास में अब तक की यह सबसे बड़ी नशीली दवाओं की खेप बरामद हुई है।

यह है मामला

शहर पुलिस ने दो दिनों में विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी की। इस दौरान 4 हजार करोड़ रुपए कीमत की मेफेड्रोन (एमडी) दवा जब्त की गई है। जानकारी अनुसार सांगली जिले के कुपवाड में स्वामी माला, बालकृष्ण नगर और दत्तनगर में कुपवाड एमआईडीसी पुलिस (सांगली) और पुणे पुलिस की एक टीम ने संयुक्त छापेमारी की। इस छापेमारी में कुल 140 किलोग्राम एमडी ड्रग जब्त किया है। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 280-300 करोड़ रुपए है।

तीन लोगों को हिरासत में लिया

पुलिस ने नशीली दवा के धंधे से जुड़े तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने संदिग्धों की पहचान सांगली जिले के कुपवाड़ा के रहने वाले अयूब अकबरशा मकंदर (44), रमजान हामिद मुजावर (55) और अक्षय चंद्रकांत तावड़े (30) के रूप में की है।

नशीली दवा

पुलिस के अनुसार, अयूब मकंदर को हाल ही में यरवदा जेल से जमानत पर रिहा किया गया था, जहां वह ड्रग्स तस्करी के आरोप में सात साल से बंद था। वह ड्रग माफिया से परिचित था। उन्होंने बताया कि मकंदर कृष्णा वैली चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व सचिव रह चुके हैं। फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।