शुगर और बीपी की करोड़ों रुपये कीमत की नकली दवाइयां जब्त, कंपनी मालिक अरेस्ट

साहिबाबाद। शुगर और बीपी की नकली दवाइयों की खेप बरामद की गई है। यह कार्रवाई औषधि विभाग के अधिकारियों ने क्राइम ब्रांच व साहिबाबाद थाना पुलिस के साथ मिलकर की।

कंपनी संचालक गिरफ्तार

टीम ने राजेंद्र नगर औद्योगिक क्षेत्र व न्यू डिफेंस कॉलोनी भोपुरा में दो स्थानों पर छापामारी की। दोनों स्थानोंं से 1.10 करोड़ रुपये कीमत की गैस, शुगर व बीपी की नकली दवाइयों की खेप जब्त की। टीम ने मौके से कच्चा माल, मशीन, दवाइयां भी बरामद की हैं।

टीम ने दवाओं के 14 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। साहिबाबाद थाने में नकली दवा बनाने, बेचने व धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। पुलिस ने कंपनी संचालक विजय चौहान को गिरफ्तार कर लिया है।

यह है मामला

औषधि विभाग गाजियाबाद के ड्रग्स इंस्पेक्टर आशुतोष शर्मा के अनुसार साहिबाबाद क्षेत्र में नकली दवाइयां बनाने की सूचना मिली थी। औषधि विभाग की टीम ने नकली दवाई बनाने वालों पर नजर बनाए रखी। विभागीय अधिकारियों ने क्राइम ब्रांच व साहिबाबाद थाना पुलिस टीम को साथ लेकर राजेद्र नगर औद्योगिक क्षेत्र प्लॉट नंबर 77 व न्यू डिफेंस कॉलोनी भोपुरा के प्लॉट संख्या ए/8 पर निरीक्षण किया।

राजेंद्र नगर से ये दवाएं हुई बरामद

राजेंद्र नगर से नामी ब्रांड कंपनी की पेंडी दवाई, ओमेज डीएसआर व पेंडी के कैप्सूल खाली खोखे, पैकेजिंग मेटेरियल व उपकरण, हाईटेक बिलस्टर पैकेजिंग मशीन, हाईटेक कैप्सूल शैल एमबोसिंग मशीन, इंकजेट प्रिटिंग मशीन जब्त की। इसकी कीमत करीब 60 लाख रुपये बताई गई है।

वहीं, न्यू डिफेंस कॉलोनी साइट से ग्लोकॉनॉर्म जी2 व जी1, टेल्मा एच, टेल्मा एम, पेंटोसिड डीएसआर, ओमेज डीएसआर, मॉबीजॉक्स, कच्चा माल, पैकेजिंग मेटेरियल व मशीन, वजन मशीन आदि बरामद किए।

तेलंगाना से मंगाया जा रहा था कच्चा माल

शुगर

निरीक्षण के दौरान पता चला कि साहिबाबाद इलाके में नकली दवाई बनाने का धंधा करीब एक साल से किया जा रहा था। ड्रग्स इंस्पेक्टर आशुतोष शर्मा ने बताया कि एक साल पहले ही राजेंद्र नगर में बोगस कंपनी खोली गई थी। कंपनी में तेलंगाना से कच्चा माल मंगाया जा रहा था। टीम ने तेलंगाना के ड्रग्स ऑथिरिटी को कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है।

नकली दवाई बनाने वालों पर नजर

औषधि निरीक्षण ने बताया कि जनपद में नकली दवाइयां बनाने वालों पर लगातार नजर रखी जा रही है। वहीं, नकली दवाइयां सप्लाई करने वालों के नेटवर्क को तोडऩे का काम भी जारी है।