पटना। दवा के बजट से हर माह आप एक मोटी रकम बचा सकते हैं। महंगी दवाओं की खुराक आप सस्ते दाम पर ले सकते हैं। इसके लिए जन औषधि केंद्रों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। बिहार में 222 प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र हैं जिसमें इस वर्ष के अंत तक 61 और केंद्रों को जोड़ दिया जाएगा। देश में जन औषधि दिवस मनाया गया है। पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसमें आम लोगों को दवा की सस्ती खुराक देने के लिए मंथन किया गया है। घर बैठे जन औषधि की दवाएं मंगाने की व्यवस्था की गई है। जन औषधि दिवस पर IGIMS में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद सुशील कुमार मौजूद रहे।

तो वहीं इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में जन औषधि केंद्र चलाने वाले व भारत विकास परिषद शास्त्री नगर शाखा के सदस्य पवन कुमार केजरीवाल का कहना है कि प्रधानमंत्री जन औषधि दिवस के अवसर पर वह प्रधानमंत्री से मांग किए है कि सभी बड़े अस्पतालों में इसे खोला जाए और वहां लोगों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। पवन का कहना है कि वह बुजुर्ग और महिलाओं की समस्या को देखते हुए सस्ती दवाओं की होम डिलेवरी की व्यवस्था किए हैं। वह मरीजों को 3 प्रतिशत अतिरक्त छूट दे रहे हैं। मरीजों को ई मेल और व्हाट्सएप के जरिए दवाएं भेज रहे हैं। इसके अलावा हर क्षेत्र में कुरियर से भी दवाएं भेज रहे हैं।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्राें की स्थापना आम लोगों को दवा की सस्ती खुराक देने को लेकर है। बिहार में 222 प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र हैं। फरवरी 2020 में पूरे बिहार में 161 केंद्र थे। वर्ष 2021 में प्रदेश में 61 और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों को शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों की सालाना बिक्री 2019-20 की तुलना में 3.19 करोड़ रुपए से बढ़कर अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 तक 5 करोड़ रुपए हो गई है । किफायती जेनेरिक दवाइयों से लगभग 30 करोड़ रुपए की बचत हुई है । ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की दवाइयां 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती हैं। इसमें 18 सौ तरह की दवाएं पटना में मिल रही हैं।

अगर आपको प्रधानमंत्री जन औषधि की सस्ती दवाइयां घर बैठे ही चाहिए तो वह भी व्यवस्था की गई है। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में जन औषधि केंद्र से पांच किलो मीटर के दायरे में इसकी डिलेवरी की जा रही है जिसका कोई अतिरिक्त चार्ज भी नहीं लिया जाता है। इसमें आपको बस इस नंबर पर 9473377114 कॉल करना होगा और फिर दवा का पर्चा मैसेज करना होगा। दवा आपके घर पहुंच जाएगी। इसके अलावा आप पर्चा pmjanasusdhikendrigimspatna@gmail.com पर मेल कर संबंधित नंबर पर फोन कर दें। दवाएं घर पहुंच जाएंगी। पवन का कहना है कि पांच किलो मीटर से अधिक दूरी पर दवाएं कुरियर से भेजी जाती हैं जिसके लिए अतिरिक्त पैसा देना होता है। लेकिन वह अलग से हर मरीज को 3 प्रतिशत छूट देते हैं जो कुरियर चार्ज में बच जाता है।

IGIMS में रविवार को हुए कार्यक्रम के दौरान संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में दवाइयां काफी सस्ती है। दवाओं में कोई अंतर नहीं होता है। गुणवत्ता में कोई कमी नहीं होती है। मधुमेह की दवाइयां जो 67 रुपए में मिलती है वह जन औषधि में 16 रुपए की है। इससे आप 76 प्रतिशत पैसा बचा सकते हैं। एडिटी की कुछ महंगी दवाएं ब्रांडेड कंपनी में 143 रुपए की है जो जन औषधि में 20 रुपए में मिल जाएगी, इससे आप 86 प्रतिशत पैसा बचा सकते हैं। सर्दी खांसी की जो दवाएं बाजार में 90 रुपए की हैं वह जन औषधि में 24 रुपए में मिल जाती हैं। कोलेस्ट्रॉल की 99 रुपए वाली दवा जन औषधि में 22 रुपए में मिल सकती हैं जिससे आप 78 प्रतिशत पैसा बचा सकते हैं। सेनेटरी पैड की कीमत 4 रुपए में 4 पीस है।