पटियाला। आबकारी विभाग, पटियाला पुलिस, आईआरबी और सेहत विभाग ने वीरवार काे संयुक्त ऑपरेशन चलाया। देर शाम फाेकल प्वाइंट और एसबीएस काॅलाेनी में छापेमारी कर अल्कोहल से सेनेटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी। विभाग के अधिकारियाें के मुताबिक आराेपी ने सेनेटाइजर बनाने के लिए किसी भी तरह का लाइसेंस नहीं लिया था। कार्रवाई के दाैरान टीम ने 5-5 लीटर की बड़ी कैन, तैयार सेनेटाइजर की 4000 बोतलें (जिन पर इथाइल अल्कोहल लिखा हुआ था, खाली बोतलें, ढक्कन, लेबल जिनमें जगतजीत इंडस्ट्री हमीरा के लेबल) शामिल थे, पकड़ा गया।टीम ने 35 लीटर के करीब स्प्रिट जैसा तरल पदार्थ और सेनेटाइजर के प्रेशर पंप पकड़े।

टीम ने बताया कि आराेपी सेनेटाइजर फैक्ट्री में बनाता था और घर में स्टाेर करता था। पंजाब के आबकारी कमिशनर रजत अग्रवाल ने बताया कि सरकार की नकली और नाजायज शराब, अल्कोहल पर आधारित नाजायज कारोबार के प्रति अपनाई गई जीरो टालरेंस की नीति के तहत देर शाम मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई ऐऔर बिना लाइसेंस के अल्कोहल से सेनेटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी है। बताया जा रहा है कि आरोपी का घर कांग्रेस के एक एमएलए के घर के पास है। 10 दिन में राजपुरा में यह दूसरी फैक्ट्री पकड़ी गई।

आबकारी के ज्वाइंट कमिश्नर नरेश दुबे ने बताया कि राजपुरा के फोकल प्वाइंट और शहीद भगत सिंह कॉलोनी में एक घर में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की थी। बिना लाइसेंस फैक्ट्री काे चलाया जा रहा था। फैक्ट्री संचालक के पास विभाग का एल 42-बी लाइसेंस भी नहीं था। न ही सेहत विभाग की तरफ से ड्रग सम्बन्धित लाइसेंस मिला। बताया कि इस मामले में अमन सग्गी नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया है। उसके बारे में पड़ताल की जा रही है। दुबे ने बताया कि इस मामले में आबकारी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कराया है।पकड़े गए सामान, लिक्विड के सैंपल लिए हैं। जिससे पता लगाया जा सके कि पकड़ा गया सेनेटाइजर इथाइल अल्कोहल आधारित है या मिथाइल अल्कोहल। उन्होंने कहा कि मामले की पड़ताल की जा रही है। उनके साथ ईटीओ मेजर मनमोहन सिंह, ड्रग इंस्पेक्टर, पुलिस अधिकारी और विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। कमिश्नर रजत अग्रवाल ने कहा कि शराब के नाजायज या अल्कोहल आधारित किसी भी कारोबार की सूचना 9875961126 पर दें।