बहराइच। स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में जीवनरक्षक दवाओं की कमी हो गई है। इससे मरीज बाहर से दवा खरीदने को विवश हैं। चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवा भी वितरण काउंटर पर नहीं मिल रही है। शुगर, पेटदर्द समेत अन्य दवाएं, इंजेक्शन व सीरिंज का भी अभाव है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक बजट के अभाव में कॉर्पोरेशन विभाग दवा की सप्लाई नहीं कर रहा है। जिससे दवाएं कुछ कम हैं। दरअसल मरीज दवा वितरण काउंटर के बाहर पर्चा लिए खड़े रहे, लेकिन उन्हें दवाएं नहीं मिलीं। परेशान मरीजों ने मेडिकल स्टोर से अधिक दर पर दवाएं खरीदीं। कुछ मरीज व तीमारदार अस्पताल में अव्यवस्था से नाराज भी दिखे।

इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीके सिंह का कहना है कि कॉर्पोरेशन विभाग की ओर से दवाओं की सप्लाई पर रोक लगा दी गई है। ऐसे में जिन दवाओं की कमी है उन्हें लोकल परचेज कर मरीजों को वितरण किया जा रहा है। किसी मरीज को दिक्कत नहीं होने दी जा रही है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल के साहनी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में को कर्मचारियों संग बैठक हुई है। जिसमें सीएमएस डॉ. डीके सिंह, डीओ समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए। बजट के अभाव में दवा नहीं मिल रही है। इसके लिए पत्राचार किया गया है। जल्द ही दवाओं की खेप जिला मुख्यालय पहुंचेगी।

स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में मंडल के चारों जिलों के मरीज इलाज कराने आते हैं। विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीज चिकित्सक को दिखाते हैं। इसके बाद दवा लेने के लिए काउंटर पर जाते हैं तो वहां रुटीन की दवाएं भी इन दिनों मिल नहीं पा रही हैं। मेडिकल कॉलेज के भंडार गृह में एंटीबायोटिक, पेटदर्द, एनएस बोतल, सीरिंज, शुगर की टैबलेट समेत अन्य दवाइयां नहीं हैं।

आलम ये है कि चिकित्सकों द्वारा मरीजों को लिखी गईं दवाएं भी अस्पताल से नहीं मिल रही है। स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज के भंडार कक्ष में मेलफार्मिंग टैबलेट, डिलोनेट इंजेक्शन, रैनीटिडीन एंपुल, सिफ्टैक्सिन वायल, मेट्रोजिल बोतल, लियोकैन प्लस, एनएस बोतल, 10 और 15 एमएल की सीरिंज की कमी है।

भंडार गृह के प्रभारी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि 15 एमएल की एक लाख सीरिंज, 10 एमएल की 20 हजार, एनएस बोतल तीन हजार, मेट्रोजिल तीन हजार, रैनीटिडीन पांच हजार, एंटीबायोटिक वन ग्राम में 10 हजार, हाईड्रो कार्टिसन दो हजार पीस, डिलोनेट इंजेक्शन 10 हजार, मेलफार्मिंग टैबलेट 20 हजार की डिमांड कॉर्पोरेशन विभाग को भेजी गई है। जल्द ही दवा उपलब्ध हो जाएंगी।