सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए ठेकेदार हर तरह से कोशिश करते थे। टेंडर पाने के लिए होड़ लगती थी, लेकिन कोविड महामारी के कारण मांग बढ़ने के साथ उपलब्धता में कमी के कारण अब सभी ठेका लेने से भाग रहे हैं। यही कारण है कि दो बार विज्ञप्ति निकाले जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग को कोई नहीं मिला। कोटेशन पर आपूर्ति करने वाले भी अब हाथ खड़ा करने लगे हैं। दरअसल स्वास्थ्य विभाग द्वारा अगस्त माह में आक्सीजन गैस आपूर्ति के लिए टेंडर निकाला गया था, लेकिन किसी ने आवेदन नहीं किया। दोबारा टेंडर निकाला गया है। अंतिम तिथि बीतने में एक दिन बचे हैं अभी तक कोई आवेदन नहीं आया है। कोटेशन पर जिला अस्पताल के निर्धारित मूल्य पर किसी तरह आपूर्ति लेकर काम चलाया जा रहा है। दूसरी तरफ प्लांटों पर 24 से 30 घंटे कतार में लगने के बाद एक रुपये प्रति सिलेंडर अतिरिक्त लेने के बाद उपलब्ध कराया जा रहा है। तो वहीं निजी व सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन गैस सिलेंडर आपूर्ति के लिए जनपद के तीन अधिकृत फर्मों के अलावा वाराणसी, प्रयागराज आदि जनपदों के भी आपूर्तिकर्ता हमेशा प्रयासरत रहते थे। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों को तरह-तरह से प्रलोभन भी दिया जा रहा था, लेकिन वर्तमान में स्थिति यह हो गई है कि टेंडर निकाले जाने के बाद भी आपूर्ति के लिए कोई फर्म संचालक तैयार नहीं हो रहा है।