आजमगढ़। आयुर्वेद की डिग्री पर नर्सिंग होम का अवैध रूप से संचालन करने पर हास्पिटल को सीज कर दिया गया है। यह कार्रवाई देवगांव कोतवाली क्षेत्र के लालगंज कस्बा के मसीरपुर के पल्हना मार्ग पर चल रहे विश्वकर्मा अस्पताल पर की गई। बताया गया कि डॉक्टर की लापरवाही से बीते माह एक प्रसूता की मौत हो गई थी। मामला संज्ञान में आने पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच और अस्पताल को सीज कर दिया। वहीं, अस्पताल के संचालक और चिकित्सक के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
यह है मामला
मनियरा गांव निवासी 28 वर्षीया नीतू पत्नी विजय कुमार को डिलीवरी के लिए मसीरपुर स्थित विश्वकर्मा हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। दोपहर में आपरेशन से प्रसूता ने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद प्रसूता की हालत बिगड़ गई और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा शुरू कर दिया। मृत महिला के पति विजय कुमार ने अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बीएल विश्वकर्मा पर इलााज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएमओ डॉ. अशोक कुमार से शिकायत की।
सीएमओ ने दो सदस्यीय टीम का गठन कर जांच के आदेश दिए। जांच टीम ने पाया कि अस्पताल बिना लाइसेंस के संचालित किया जा रहा था। डॉक्टर से उसके अस्पताल के कागजात मांगे तो इसे नहीं दिखा पाए। टीम में शामिल एसीएमओ डॉ. अरविंद चौधरी, लालगंज सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रसाद और चौकी प्रभारी अमित कुमार कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सीज कर दिया। चिकित्सक के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया गया है। इस छापेमारी से लालगंज क्षेत्र के अन्य नर्सिंग होम संचालक, पैथोलॉजी संचालक दुकान बंद कर फरार हो गए।