फरीदाबाद। जिला स्वास्थ्य विभाग नेशनल डी-वार्मिंग डे के उपलक्ष्य में विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को पेट के कीड़े मारने वाली एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी, लेकिन इस बार यह गोली स्कूलों में नहीं, बल्कि बच्चों के घर जाकर खिलाई जाएगी। इसे लेकर विद्यालय स्वास्थ्य विभाग ने रूपरेखा तैयार कर ली है। उपमुख्य चिकित्सा अधकिारी -डा.नरिदर कौर के मुताबिक एल्बेंडाजोल दवा लेने से कोई भी बच्चा वंचित नहीं रहे, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी भी कराएगा।

विभाग के अनुसार शहरी क्षेत्रों के बच्चे दवा आसानी से ले लेते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चे दवा लेने में आनाकानी करते हैं। उन्हें जागरूक करने के लिए मुनादी कराई जाएगी। सोमवार से डी-वार्मिंग का कार्यक्रम शुरू कर देंगे। लोगों से अपील है कि वह अपने बच्चों को दवा अवश्य खिलाएं। इससे पेट सहित अन्य बीमारियों से बचाव होगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस बार 7,04,560 बच्चों को दवा खिलाई जाएगी।

डोर टू डोर दवा खिलाने का अभियान 22 से 28 फरवरी तक चलेगा। इसके बाद भी यदि कोई बच्चा पेट के कीड़े मारने की दवा लेने से वंचित रह जाता है, तो इसके लिए एक से तीन मार्च तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें शेष बचे बच्चों को भी दवाई खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक एक से 19 वर्ष तक के विद्यार्थियों को दवा खिलाई जाती है, लेकिन इस बार 24 वर्ष तक के युवाओं को शामिल किया गया। 58,448 युवाओं को दवा खिलाई जाएगी। इसमें शादीशुदा युवा भी शामिल किए जाएंगे। इसके लिए 147 एएनएम और आशा वर्कर को प्रशिक्षण दिया गया है।