अम्बाला, बृजेंद्र मल्होत्रा। देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ऑनलाइन फार्मेसी के जरिए ग्राहकों तक दवाइयां उपलब्ध करवाना अब टेढ़ी खीर हो गया है। पंजाब में युवा नशे की गिरफ्त में ना आए, इसके लिए पीसीए (पंजाब कैमिस्ट एसोसिएशन) ने पंजाब सरकार व पंजाब औषधि प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि अविलंब ऑनलाइन फार्मेसी द्वारा दवाइयां बेचने वालों के खिलाफ न्यायालय के आदेशों की पालना कर राज्य के युवाओं को नशे की गर्त में जाने से बचाने में सार्थक कदम उठाएं। उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन फार्मेसी के माध्यम से मिलने वाली दवाओं व अन्य सामान के बारे बार-बार देशभर के कई कोनों से खुलासा हो चुका है कि ऑनलाइन फार्मेसी जहां बिना फार्मासिस्ट के दवा व्यापार करती है जो ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट की अवहेलना भी है तथा ऑनलाइन के माध्यम से डुप्लीकेट व निम्न स्तर की दवाइयां रोगियों तक पहुंचाने का काम जाने अनजाने ऑनलाइन फार्मेसी द्वारा किया जा रहा है। अत: पंजाब में इस प्रकार के किसी भी प्रतिष्ठान को अविलंब पूर्ण रूप से बंद किया जाए।
बीसीए के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र दुग्गल व राज्य महासचिव जीएस चावला के अनुसार शीघ्र ही जिला स्तर पर औषधि प्रशासन व राज्य सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से एक सूत्री कार्यक्रम चलाया जाएगा। राज्य के युवा ऑनलाइन फार्मेसी के माध्यम से नशे की दवाई की चपेट में ना आएं और रोगी जो कुछ छूट के लालच में ऑनलाइन फॉर्मा से निम्न स्तर की दवाइयां खरीद अपनी बीमारियों को और अधिक ना बढ़ा पाए। दुग्गल ने कहा कि राज्य के हर शहर कस्बे गांव स्तर पर रिटेल व होलसेल की दवाओं के विक्रय हेतु पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन के सदस्य अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले हुए हैं जो आमजन की जरूरतों अनुसार दवा को दवा के रूप में रोगियों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। यदि कोई दवा व्यवसाई दवा को नशे के रूप में किसी को भी उपलब्ध करवाता है। राज्य संगठन जिला संगठन स्थानीय संगठन किसी भी स्तर पर उस दवा व्यवसाई को संरक्षण नहीं देता, उल्टा सरकार व औषधि प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नशे को जड़ से मिटाने के लिए वचनबद्ध है।